Romantic Love Latter Writing Tips

 लव लेटर कैसे लिखे से संबंधित एक पोस्ट के लिए उचित tips यहाँ दिए गए हैं:

लव लेटर लिखने के तरीके

1. कैसे लिखें एक रोमांटिक लव लेटर

2. लव लेटर लिखने के लिए टिप्स और तरीके

3. अपने प्रियजन के लिए एक सुंदर लव लेटर कैसे लिखें

4. लव लेटर लिखने के लिए आवश्यक बातें

5. एक प्यारा लव लेटर कैसे लिखें जो दिल को छू जाए।

लव लेटर के प्रकार :

1. रोमांटिक लव लेटर

2. दोस्ती के लिए लव लेटर

3. प्रेमी के लिए लव लेटर

4. पति/पत्नी के लिए लव लेटर

5. लंबी दूरी के रिश्ते के लिए लव लेटर

लव लेटर लिखने के लिए सुझाव

1. अपने दिल की बात लिखें।

2. ईमानदारी से लिखें।

3. अपने प्रियजन की पसंद का ध्यान रखें।

4. लव लेटर में व्यक्तिगत स्पर्श जोड़ें।

5. लव लेटर को आकर्षक बनाने के लिए चित्र या कविता जोड़ें।

Love latter's के कुछ नमूने :

1.
जिंदगी तो ईश्वर ने ठीक ठाक दी है राधे...लेकिन इस भागदौड़, आपाधापी वाली जिंदगी से दूर कुछ क्षण तुम्हारे साथ गुजारने की लालसा है। मुझे तुम्हारा साथ चाहिए.....! मुझे अपनी गोद में सिर रखकर कुछ देर आराम कर लेने दो.... मैं तुमसे अपने हर जज़्बात कह लेना चाहता हूं....। तुम कुछ बोलते क्यों नहीं..? मुझे तुमसे प्यार है....और आखिरी सांस तक रहेगा। हम हमेशा के लिए एक हो जाएं इसके लिए मुझे तुम्हारी हां का इंतजार है।

2.
आज मैं तुमसे जानना चाहता हूं कि तुमको मुझमें क्या अच्छा लगता है.....?? ये ही सवाल अगर तुम मुझसे पूछो, तो मैं कहूंगा कि.... मुझे पसंद हैं तुम्हारे बिखरे बाल जिनसे हवा अटखेलियां करती है....संवारने को जी चाहता है। तुम्हारे होंठ जैसे कमल की दो नाजुक सी पंखुड़ियां.....उस पर ऊपरी पंखुड़ी के ऊपर हल्का छोटा तिल तो जैसे हमारी जान ही ले लेता है। उस पर आपकी नशीली आवाज की मदहोशी...., भले ही ये आवाज दो बार नसीब हुई लेकिन तुम्हारे कुछ शब्द आज भी मेरे ज़हन में गूंजते हैं। वैसे कब कहां किसी की सारी ख्वाहिशें पूरी होती हैं जीवन में.....? अधूरी ख्वाहिशों के साथ शायद मैं भी चला जाऊंगा एक दिन....! रिश्ते नातों में कैद होकर इंसान अपनी सारी खुशियों की तिलांजलि दे देता है।

3.
बाजार में दो चुटकी सिंदूर की कीमत भले कुछ न हो लेकिन समर्पण भाव से निभाए गए पति पत्नी के जीवन में इसकी कीमत बहुत अधिक है। एक सप्ताह से सिंदूर मेरी जेब में रखा आपकी मांग भरने की राह देख रहा है। शायद अभी वो समय नहीं आया...! राधे अपनी मांग और माथे पर सजा लो मुझे....मैं तुमको अपनी रूह, अपनी आत्मा में सजा चुका हूं। तुम्हारी हर emotions को मैं बखूबी समझता हूं और उनमें प्यार के रंग भर देना चाहता हूं। मैं अभी एक शादी से लौटा हूं ज्यादा नहीं लिख पाऊंगा। सर्दी बहुत है पूरे कपड़े पहनकर रहना, अपना ध्यान रखना। आपको प्यार भरी शुभ रात्रि!

4.
राधे हमारे भाग्य में मिलना लिखा है और हम मिलेंगे जरूर! इसके लिए अपनी whatsapp Profile के About section में जहां आपने लिखा है "कन्हैया मेरी लाज रखना" के स्थान पर जिस दिन भी तुम "राधे राधे" लिख दिया करोगी तो मैं समझ जाऊंगा कि तुमसे आज बात हो सकती है। फिर मैं खुद तुमको फोन कर लिया करूंगा, लेकिन मुझे डांटना मत... क्योंकि मुझे डर लगता है तुम्हारी डांट से! जब तक हम बात नहीं करेंगे कोई हल नहीं निकलेगा, सिर्फ एक यही रास्ता है हमारे पास। तुम मेरी होकर मेरी बांहों में पिघल जाओ हमेशा के लिए। 

5.
मैं तुमको पढ़ने से ज्यादा समझने की कोशिश करता हूं राधे....क्योंकि मुझे लगता है कि जो तुम्हारे दिल में है तुम उतना मुझसे कह नहीं पातीं। लेकिन मैं तुम्हारे दिल के हर भाव को जान लेता हूं। पहले लगता था कि जिंदगी कट नहीं रही थी बस काटी जा रही थी किसी तरह! लेकिन जबसे तुम मिले हो लगता है जिंदगी बहुत तेजी से गुजरती जा रही है। आ जाओ हम दोनों मिलकर इस जिंदगी को मुहब्बत बनाते हैं। अब तुम मुझको भैया कहना छोड़ दो... तुम नाम लेकर पुकारो मुझे! सोचता हूं तुमको क्या नाम दूं क्योंकि मैं तुमको तुम्हारा नाम नहीं लेकर नहीं बोल सकता। अब तुम्हारे बिना एक पल भी मन नहीं लगता मेरा....अब इतने करीब आ जाओ मेरे कि ये सांसें आपकी सांसों में समा जाएं और दो रूहें अनंत के लिए एक हो जाएं।

6.

आज मुझे शब्द ही नहीं मिल रहे हैं...क्या लिखूं...??? तुम जितनी खूबसूरत हो चरित्र भी उतना ही सुंदर है। प्यार को चरित्र से जोड़ना ठीक नहीं राधे! हम प्यार करते हैं एक दूसरे से इसका मतलब ये तो नहीं कि मैं चरित्रहीन हूं या तुम चरित्रहीन हो। प्यार एक पवित्र भावना है... दुनिया में कौन ऐसा है जिसने जीवन में किसी से कभी प्यार नहीं किया? न मैने ऐसा कभी सोचा है न कभी ऐसा सोचूंगा। तुम मेरी जिंदगी हो, मैं तुम्हारे बिना जी नहीं सकता, बस मैं इतना जानता हूं...! इस प्यार को मुकम्मल कर दो राधे....! जिंदगी के इस अधूरेपन को संपूर्ण कर दो। मेरा वादा है तुमसे हर मोड पर मैं तुम्हारे साथ खड़ा हूं। एक प्यारी सी smile दे दो न... Please; Good night my sweet ❤️

7.
तुम्हारे बिना अब रहा नहीं जाता राधे....! अब और बर्दाश्त नहीं होता मुझसे। मेरी रूह, धड़कन, हर सांस पुकार रही है तुमको। अब मेरे पास आ भी जाओ, तुमको हमेशा के लिए अपना बना लूं। इन रूहों से रूहों के जन्मों के नाते हैं और जब तक ये मिलेंगी नहीं ये यूं ही तड़पती रहेंगी। चलो हम एक दूजे के होकर एक दूसरे में समा जाएं ताकि इन रूहों को सकून मिल जाए। शायद कोई घड़ी ऐसी न होगी जब तुम्हारी याद न आती होगी....तुम हर पल मुझमें समाए हो। बात करो मुझसे... तुम्हारे बिना मेरा दिल नहीं लगता। चलो अब रखता हूं.... लेकिन रखने से पहले मुझको एक प्यारी सी 💋 दे दो।
धन्यवाद!

8.
सिर्फ शब्दों के जरिए ही बात हो पाती है हमारी... क्या हम कभी आमने-सामने भी मिल पाएंगे राधे...? क्या हम कभी एक दूसरे को निहार भी पाएंगे...., साथ बैठकर एक दूसरे से बातें कर पाएंगे...? इन सब सवालों के जवाब सिर्फ तुम्हारे पास हैं....अब बता दो मुझे! तुम मेरा सकून हो, मेरा चैन हो, आराम हो....मुझे अपनी बांहों में छुपा लो राधे... मेरे धड़कते दिल पर अपना हाथ रख लो। शायद मुझे वो सकून नसीब हो जाएगा जो कभी शायद कभी मरकर भी नहीं हो सकेगा...! तुम मेरे दिल में हो और हमेशा रहोगी। मेरे इतने करीब आ जाओ राधे कि तुम्हारी धड़कनों का संगीत मेरे दिल की धड़कनें सुन सकें। मैं तुमको अथाह प्यार करना चाहता हूं....अब एक मीठी सी kiss दो..मुझे नींद अच्छी आएगी। Good night.

9.
25 जनवरी 2025
कैसी हो राधे...??? मेरे और तुम्हारे बीच चंद फासले हैं... लेकिन फिर भी लगता है बहुत दूर हैं हम एक दूसरे से! संशय से बाहर निकलो....हर निर्णय ईश्वर पर छोड़ दो... उनके फैसले सदैव बेहतर होते हैं। वरना ये जीवन गोरखधंधों में ही निकल जाएगा.... मन की ख्वाहिशें मन में लेकर ही एक दिन अंत को प्राप्त हो जायेंगे। ये जीवन बाहें फैलाए हमारे स्वागत के लिए तैयार खड़ा है.... अपनी बांहों का हार मुझको पहना दो.... अपनी खुशबू से मेरी अंतरात्मा को महका दो राधे.... मैं खुद को मिटाकर तुम्हारी रूह को सजाने के लिए बचनबद्ध हूं...। हम दोनों अधूरे हैं एक दूसरे के बिना.... चलो एक दूसरे को संपूर्ण कर दें। खुलकर बात करो मुझसे, करीब आने का यही रास्ता है राधे। चलता हूं.... आओ मेरी बाहों में... चलते चलते तुमको एक बार प्यार तो कर दूं...! शुभ रात्रि जान

10. 
26 जनवरी 2025
एक बात बताओ राधे कि तुम मुझे गैर मानती हो या अपना?? अगर गैर मानती हो तो कोई बात ही नहीं....लेकिन अगर अपना मानती हो तो मुझसे फॉर्मेलिटी न करो। मुझसे मिलो, मुझसे बात करो...! सच बताऊं मैने तो तुमको अपनी पत्नी मान लिया है....और आजीवन पति धर्म निभाऊंगा भी...! अब ये तुम्हारे हाथ में है कि तुम मुझको अपनी भावनाओं से कितना अवगत कराती हो....मैं शारीरिक और मानसिक दोनों भावनाओं को पूरा करने के लिए हमेशा तुम्हारे साथ खड़ा हूं। क्योंकि जब तक तुम मुझे बताओगी नहीं मुझे पता कैसे चलेगा। आज दांत में दर्द है फिर भी लिख रहा हूं क्योंकि मुझे आदत सी बन है तुमसे रोज बात करने की, ये और बात है कि तुम मुझसे नहीं करते। चलो अब इजाजत हो तो बंद करूं.....लेकिन जाने से पहले तुम्हारे माथे को चूमना चाहता हूं....इसे मेरे प्यार की निशानी समझना। Good night my 💕 LOVE.

28 जनवरी 2025
आज कैसा महसूस कर रही हो राधे....??? मैंने तो अपने मन का एक-एक भाव, एक एक शब्द तुमको कह दिया।

मेरे पास तो कुछ कहने के लिए जैसे अब कुछ बचा ही नहीं! तुम कुछ बोलती ही नहीं.... मैं तो सिर्फ तुम्हारे भावों को समझकर ही एक दूजे के हो जाने तक का सफर तय कर चुका हूं। लेकिन अब मैं ये सफर अकेले तय नहीं कर सकता तुमको हर कदम मेरे साथ साथ चलना होगा। अब तुम मेरी प्रेमिका भी हो और पत्नी भी ! अब तुमको मेरे लिए ये दोनों दायित्व उठाने होंगे। अब और कितना तड़पाओगी... तुम्हारे बिना मुझसे अब रहा नहीं जाता। आकर मेरी इन बाहों में बिखर जाओ राधे ! सांसों को इन सांसों में घुल जाने दो.... मैं बहुत अकेला हूं तुम्हारे बगैर । अब रखता हूं... पास आने की मोहलत तो पता नहीं कब मिलेगी... दूर से ही इन होंठों को चूम लेने दो मुझे। शुभरात्रि

30 जनवरी 2025
आज मन कुछ परेशान सा था। ना चाहते हुए भी न जाने क्यों मैंने सुबह ही स्टेटस लगा दिया। फिर भी यह विचलित मन शांत ना हुआ। दोपहर में जब तुमने स्टेटस लगाया तो उसे पढ़ा, मन को काफी हद तक राहत मिली। लगा जैसे मुझे समझने वाला कोई है.... समझाने वाला कोई है। तुम जैसे मेरे मन का सकून बन गई हो राधे....! अगर कुछ समय मेरे साथ बैठो तो ये जिंदगी भी स्वर्ग बन जाएगी, और इस स्वर्ग की मेनका तुम हो राधे....जिसने इस सीधे साधे विश्वामित्र की तपस्या को भंग कर दिया है। प्रिय पत्नी जी, अब तुमसे क्या छुपाना....ये दिल बहुत बेकरार है तुम्हारे मिलन के लिए। चलो किसी होटल में कुछ समय के लिए एक दूजे के साथ समय बिताते हैं। एक दूसरे को समझने का मौका मिलेगा....कुछ दिलों की प्यास बुझेगी, कुछ आंखों को सकून मिलेगा...कुछ दिलों के अरमां निकलेंगे। ये जीवन यूं ही फिजूल बातों में न गुजर जाए....एक दूजे में पिघल जाएं हम! तुमको इतना प्यार करूं कि सिर से पांव तक मैं अपना नाम लिख दूं। और बताओ कैसी हो....? अपना ध्यान रखना, तुम्हारा सचिन!

कुछ और love latter's हम आपको अगली पोस्ट में प्रेषित करेंगे। So enjoy...

 17 सितंबर 2024

आज आपके हाथों से बना घी मैने भी खाया, उसकी खुशबू से मन महक उठा। वैसे आपको इतना कष्ट करना नहीं चाहिए था। लेकिन ये अफसोस भी लगातार मुझे सालता रहा कि आप दरवाजे तक आए लेकिन घर नहीं आए। पता नहीं उस वक्त हम अभागे कहां थे...? वर्ना आपको हम ऐसे जाने ना देते। धन्य हो जाता ये घर और हम, अगर आपके चरण कमल यहां पड़ते! इस बहाने 10 _20 मिनट की यादगार गुफ्तगू भी होती....। खैर, इस कष्ट के लिए आपको कोटि कोटि धन्यवाद।   

21 सितंबर 2024

मेरी वजह से आप न कभी झुकोगे और न ही कभी गिराेगे! गिरने न देंगे किसी की नजरों में और न ही किसी के कदमों में। ये वादा है मेरा! न मैं कभी आपका हाथ छोड़ेंगे, बस शर्त इतनी है कि तुम अपना हाथ न छुड़ाना। अब यही हसरत है कि जितनी जिंदगी बची है आपके आसपास ही गुजर जाए। कभी आपसे आपकी शिकायत करूं, कभी दिल की बैचैनियां कहूं, कभी तुम्हारी तारीफ करूं....। कभी अपनी आंखों से निहारो तुम, कभी पलकों को झुका लो तुम। चलो कुछ फुर्सत के क्षण जी लेते हैं।

26 सितंबर 2024

किस किस बात का विरोध करूं? क्या इस बात का विरोध करूं कि तुम हर तीसरे दिन मुझे ब्लॉक क्यों कर देते हो, या इस बात का विरोध करूं कि तुमको देखे बिना 1_1 महीना बीत जाता है? मैं चाहता हूं, अपने अपने परिवार की जिम्मेदारियां उठाते हुए हम एक दूसरे की छोटी छोटी feelings को समझें, महसूस करें। कभी 2 पल के लिए एक दूसरे को सकून से जी भरके देख लें, कभी एक दूजे का हाल चाल लें लें। सुख दुख में एक दूजे को इमोशनली सपोर्ट करें तो जिंदगी बहुत खूबसूरत हो जाएगी। वैसे इस बारे में मुझे कुछ ज्यादा आता नहीं...., मूर्ख हूं! आप भी तो अपना ओपिनियन बताएं ताकि मैं कुछ समझ सकूं।

27 सितंबर 2024

तुम मेरी कल्पनाओं में रंग भरते हो और मैं उनको कागज़ पर उतारता जाता हूं। लगता है आज फिर तुम मुझे ब्लॉक कर दोगे? चलो जिसमें आपको खुशी मिले...! लेकिन इतना समझ लो आप मुझे सिर्फ मोबाइल से ब्लॉक कर सकते हो। मेरे मन से, मेरे मस्तिष्क से, मेरे दिल से अपने आपको तुम ब्लॉक नहीं कर सकते। मेरा मन हमेशा आबाद रहेगा आपकी यादों से, आपकी बातों से। मैं न कभी अपनी जिम्मेदारियों से भागूंगा, न अपनी feelings को दफन करूंगा और न ही अपने Emotions को। अगर किसी को सोचने से, चाहने से मुझे खुशी मिलती है, दिल को सकून मिलता है, रूह को आराम मिलता है तो मैं इस सुख चैन, सकून को पालता रहूंगा...., अपने मन में। अगर आपका साथ मिलेगा तो बात कुछ और होगी।

28 सितंबर 2024

कम से कम आप तो मेरी वफाओं पर शक न करो। मैने तुम्हें अपनी जान से भी अधिक चाहा है। एक दूसरे के लिए हमारी वफाएं ही हमारे प्यार की सबसे बड़ी ताकत हैं। तुम हमेशा मेरे साथ रहना, अगर तुम्हारा साथ है तो मैं जीवन की हर समस्या का सामना कर सकता हूं। अब तुमको क्या सबूत दूं, अगर सीना चीर के दिखा सकता तो दिखा देता।

मैं जीवन की अंतिम सांस तक आपके लिए जीना चाहता हूं और ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि जब इस दुनिया से जाऊं तो मुझे उस वक्त विदा भी तुम ही करो। मेरी हर धड़कन, हर सांस आपकी है। इससे पहले कि जीवन की आपाधापी में ये उम्र गुजर जाए चलो कुछ पल साथ साथ जीते हैं।

13 अक्टूबर 2024

जब भी तुम मुझसे दूर हुए, उतने ही मेरे और करीब आते गए तुम। मैं तुमको जानता हूं, बखूबी समझता हूं....और अधिक समझना चाहता हूं। मैं आपकी हर खुशी में शरीक होना चाहता हूं। लेकिन तुम न जाने क्यों ब्लॉक करके बार बार दूर हो जाती हो। अगर कोई बात गलत लगे तो उसे कहो, मैं उसे सुधारूंगा। पर यूं दूर जाकर एक दूसरे की तकलीफ की वजह न बनो। मैं आपकी feelings समझता हूं और आपसे भी उम्मीद करता हूं कि आप भी मुझको समझो।

15 अक्टूबर 2024

तुम मेरे हो बस....और अब मैं आपके बिना अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकता। जिसको याद करने मात्र से ही मन और तन महक जाए, होंठों पर मुस्कान आ जाए, आंखों में चमक आ जाए, मेरे जीवन के वो प्राण हो तुम! मैं तुमको समझता हूं बल्कि और गहराई से समझना चाहता हूं।

मैं आपका हो चुका हूं, जीवन के दायित्वों का निर्वहन करते हुए तुम भी मेरे हो जाओ.... सदा के लिए। मरना तो एक दिन सभी को है..., हमको भी! तो मन पर बोझ लेकर क्यों मरें, अपने सपनों को मारकर क्यों जिएं? चलो एक दूसरे की खुशी के लिए जीते हैं, emotions की कद्र करते हैं। मुझे block तो नहीं करोगे न।

18 अक्टूबर 2024

सोचता था अगर कभी बात चली तो आपसे आपको ही न देख पाने की शिकायत करूंगा, तुमसे अपनी बेचैनियां कहूंगा, अपने दर्द कहूंगा, पर जब बात हुई तो न जाने क्या हो गया मुझको...! सारे इल्जाम मुझ पर लगा दिए तुमने और हम कबूल कर बैठे। किसी शायर ने क्या खूब कहा है "कि आप ही ने बनाई थी ये हालत मेरी, और आप ही पूछते हैं ये क्या हो गया।" आज महसूस हुआ कि मुझ पर सम्मोहन न सिर्फ आपकी खूबसूरती करती है बल्कि आपकी मखमली आवाज भी बेखुद करती है। जी चाहता है आपकी बातों में, आपकी खुशबू में, आपके ख्यालों में डूबकर खुद को हमेशा के लिए भूल जाऊं। बस तुम मुझको संभाल लेना......

2 नवंबर 2024

वो जगह आकर बैठे थे तुम जहां....आज भी मैं वहां बैठकर देखता हूं तुमको....सोचता हूं तुमको....गुनगुनाता हूं तुमको! तुमको तो रोक नहीं सका। काश! कुछ पल के लिए समय और ठहर जाता तो उस मखमली सकून को हमेशा के लिए इस दिल में कैद कर लेता। तुम सामने थे मगर जी भरके तुमको देख न सका, यूं महसूस होता रहा जैसे सबकी नजरें मुझे देख रही हों। अगर कभी अकेले में तुम्हारे साथ बैठना नसीब हुआ तो तुमको जी भरके देखूंगा।

16 नवंबर 2024

मैं बहुत थक चुका हूं राधे....., तुम्हारी गोद में सिर रखकर कुछ देर लेटना चाहता हूं। अपनी बाहों का सहारा दे दो मुझको...! इसका कोई गलत अर्थ न निकाल लेना। मैं तुमसे बहुत प्रेम करता हूं और तुमको अपनी रूह, अपनी आत्मा में उतार लेना चाहता हूं। ये प्रेम कहीं तमाशा न बन जाए इसलिए दुनिया की नजरों से छुपा लो इसे। भौतिक संसाधनों की होड़ में मन की शांति, सकून कहीं गुम हो गया है और इस सकून का अंतिम विकल्प सिर्फ तुम हो।

1 दिसंबर 2024

पहले लोग कैसे महीनों इंतेज़ार कर लेते थे खत का, हमें तो एक दिन भी महीना सा लगता है। तुम दूर नहीं हो....और दूर भी बहुत हो। जी चाहता है तुम हर पल मेरे करीब रहो... अब तुमसे दूर नहीं रहा जाता। मुझे ऐसे बंधन में बांध लो कि जीवन भर हम एक दूसरे से कभी दूर न हों। तुम्हारे बिना ये जीवन बिल्कुल सुना रहेगा राधे।

5 दिसंबर 2024

इंतेज़ार भी बहुत बुरी चीज होती है। आज तुम्हारा 1 घंटे का इंतजार मानो कई घंटे का था। नजरें आखिरी घड़ी तक तुमको ढूंढती रहीं। तुम्हें नहीं आना था तो सिर्फ yes या no का massege ही भेज देते। ये दिल तुमको आवाज दे रहा है, मेरी धड़कनें तुमको पुकार रही हैं राधे। ये कैसा बंधन है... जिसमें मैं बंधता ही जा रहा हूं। हमारे इस बंधन को कोई नाम दे दो तुम!

8 दिसंबर 2024

तुम्हारे अलावा और किसको बताऊं इस मन की बेचैनी, इस दिल की छटपटाहट...., लगता है जैसे बस तुम ही समझते हो मुझे! जी चाहता है मैं तुममें ही समा जाऊं...इस बार जब भी मिलो न तो बस कुछ घड़ी आंखों में आँखें डालकर देख लेना मुझको..., शायद इस तड़पते दिल को कुछ सकून आ जाए। इसीलिए तो तुमसे कह रहा हूं चलो कहीं कुछ समय साथ बैठते हैं....कुछ बातें करते हैं।

9 दिसंबर 2024

अक्सर मेरे दिल में ख्याल आता है कि कभी हवा का झोंका बनकर तुम्हारी बिखरी हुई लट के साथ अटखेलियां करूं। कभी एक हसीन नजारा बनकर उसे तुम्हारी ही नजरों से खुद को देखूं। महक जाऊं एक फूल बनकर जिसे तुम्हारे लबों का स्पर्श मिल जाए। घुलकर इन वादियों में तुम्हारी सांसों के साथ बस तुममें ही समा जाऊं मैं! हवा में उड़ता तुम्हारा दुपट्टा बन तुमको थोड़ा सा परेशान करूं। बनकर कोई डाली का कांटा पकड़ लूं तुम्हारा आंचल....और तुमसे कहूं ठहर जाओ और कुछ पल के लिए मेरे पास....बस तुमको देखता रहूं...देखता रहूं.....

13 दिसंबर 2024

बहुत खूबसूरत हो तुम....! नाज करो अपने आप पर कि तुम मेरी पसंद हो....क्योंकि मुझको हर कोई शख्स पसंद नहीं आता! जब तुम शृंगार करके निकलती हो तो साक्षात लक्ष्मी लगती हो। मन चाहता है तुमको सामने बिठाकर नजरों से तुम्हारी आरती उतारूं। आखिर कोई तो तरीका निकाल लो मिलने का। जो पल साथ जी लेंगे बस वही जिंदगी है। अगर मिल न पाओ तो फोन ही कर लिया करो। देह जिनकी है उनको मुबारक; मुझे अपना मन, अपनी आत्मा दे दो राधे...! मैं हमेशा तुममें जिंदा रहना चाहता हूं। 

15 दिसंबर 2024

तुम मेरे जीवन के लिए सबसे कीमती हो राधे और मेरा सकून भी! राधा कृष्ण जीवन में कहां एक हो पाए.....फिर भी उनका प्रेम अमर है। कौन जानता है राधा के पति कौन थे....भले रुक्मणि कृष्ण की पत्नी हैं लेकिन याद हमेशा राधा को ही किया जाता है....? विवाह के बंधन में बंध जाना एक बात है लेकिन आत्मा से आत्मा के बंधन में बंध जाना दूसरी बात। भले समाज विवाह बंधन को मानता है लेकिन ईश्वर आत्मा के बंधन को सर्वोपरि मानते हैं। तुमसे ऐसी प्रीत लगी है राधे कि मैं तुमको उम्र भर नहीं भूल पाऊंगा। मुझे अपने आंचल का साया दे दो।

18 दिसंबर 2024

तुमने कुछ विचार किया राधे...??? हमारा मिलना यूं ही नहीं हुआ है... किसी अंजाम तक पहुंचने के लिए ही हुआ है। हम भले दूर रहें लेकिन हमारे बीच में एक बंधन तो हमेशा रहेगा। हम शायद ही कभी एक दूसरे को जीवन भर भूल पाएंगे। अगर तुम मेरी जीवनसंगिनी बनकर हमेशा मेरे साथ साथ चलो तो जीवन की राह आसान हो जाएगी तुम्हारे साथ। तुमको पाकर शायद जीवन में कोई और तमन्ना बाकी न रहेगी।

21 दिसंबर 2024

क्यों किसी को कुछ दिखाना है, क्यों किसी को कुछ बताना है.....? हमें एक दूसरे को सिर्फ जीना है, महसूस करना है, हर वो खुशी बांटनी है जो एक दूजे की रूह को सकून दे सके। क्या हम गुपचुप एक दूसरे का होकर जीवन नहीं जी सकते...? मैं समझता हूं इस बंधन को जीने के लिए एक छत के नीचे रहना जरूरी नहीं। हम एक दूसरे का हाल भी पूछेंगे, सपोर्ट भी करेंगे, और इस बंधन को बहुत खूबसूरती के साथ निभाएंगे भी। तुम बस देखते रहना मेरा अंदाज ए मुहब्बत...., जिंदगी को जन्नत न बना दूं तो कहना! "Good night"

23 दिसंबर 2024

मेरा जीवन तो तुमको समर्पित है राधे। मेरी नजरों में तुम्हारा मान सम्मान हमेशा रहेगा। जिंदगी भले ही तुम्हारे बगैर गुजर जाए लेकिन तुम हमेशा मेरे साथ मेरी रूह में जिंदा रहोगी। इस प्यार को निभा ले जाओ राधे.... वरना हमारे बीच सिवा अफसोस के और कुछ नहीं होगा। कुछ बंधन ऐसे होते हैं जो हमेशा के लिए जुड़ जाते हैं किसी के साथ लेकिन दिखाई नहीं देते, तुम्हारे साथ कुछ ऐसा ही बंधन है मेरा। जीवन उदासियां का नहीं रंगों का खेल है राधे.... तुम हो तो इसी जीवन में रंग है वरना कुछ नहीं।

24 दिसंबर 2024

तुम्हारे status मेरे लिए Energy booster का काम करते हैं राधे....! सारे दिन मेरे होठों पर उनके बोल तैरते रहते हैं। पता है status पर तुम्हारे लगाए गए songs मुझे कंठस्थ याद हैं। बस हम कभी पढ़ाई का syllabus ही कंठस्थ न कर पाए। खासकर तुम्हारा लगाया गया status song जो अक्सर मैं आज भी गुनगुनाता हूं "जग रूठे मेरा सांवरिया सरकार न रूठे....।" लेकिन मेरे सरकार तो मुझे देखकर अपना मुंह ही छुपा लेते हैं। लेकिन मेरी नजरों से खुद को छुपाना इतना आसान नहीं है हजूर...! ये बेचैन निगाहें तुमको देखने के लिए जाने कितना जतन करती हैं। जी तो बहुत कुछ लिखना चाहता है लेकिन अब अपनी कलम को यहीं विराम देता हूं...

25 दिसंबर 2024

ईश्वर ने मुझे बहुत ही रूमानी जज्बात दिए हैं। कभी जब सोचता हूं तो याद आता है 12 साल की उम्र में हुआ पहला प्यार....! सोच बिल्कुल निश्छल थी और अक्ल बिल्कुल भी न थी...प्यार के मामले में आज भी मुझे ज्यादा अक्ल नहीं है। उस समय से ही एक भावना हमेशा मेरे मन में पलती रही कि जीवन में एक ऐसा साथी हो जिसका प्रेम निश्छल हो, सरल हो, स्वच्छंद हो, जहां अपनी भावनाओं को बेझिझक कहा जा सके और समझा जा सके! तो ईश्वर ने मेरे पास तुमको भेज दिया। अब पता नहीं तुममें मेरी ये अपेक्षाएं पूरी होंगी या नहीं! अगर तुम तैयार हो तो मैं तुम्हारी मांग सजा दूं...??? दुनिया के लिए नहीं सिर्फ मेरे और तुम्हारे लिए....हमेशा हमेशा के लिए!

26 दिसंबर 2024

ये कहां आ गए हम यूं ही साथ साथ चलते....! मन से मन के लगाव ने किस तरह हम दोनों को एक बंधन में बांध दिया राधे....! अब हम दोनों एक सूत्र में बंध जाएं इसके लिए मैं तुम्हारे अनुसार ही कदम उठाना चाहता हूं। ईश्वर तो हर जगह है और ये ईश्वर की ही मर्जी है तो ईश्वर को साक्षी मानकर हम दोनों हमेशा के लिए एक हो जाते हैं। बाकी तुम्हारी राय सर्वोपरि है, बताओ मुझे किस तरह करना है...? लिखकर बताओ, फोन करके बताओ या अगर कहीं थोड़ी देर मेरे साथ बैठ सको तो सबसे अच्छा। किसी को कुछ पता न चले और हम एक होकर हमेशा के लिए एक दूसरे का साथ निभा दें। मुझे सब कुछ खुलकर बताओ राधे.....

27 दिसंबर 2024

तुम खुश होती हो तो मुझे लगता है जैसे मैंने ये जहां पा लिया। तुम एक ओस की बूंद की तरह हमेशा मेरे करीब रहना राधे....एकदम साफ सुथरी, निर्मल, कोमल...! मेरी खुशियों का जहां सिर्फ तुमसे है। चाहत यूं है मेरी कि मैं तुम्हारी खुशियों का संसार बन जाऊं। कल तो दोनों बच्चे स्कूल जाएंगे न...? फोन कर लेना अच्छा लगता है तुमसे बातें करके....मैं इंतजार करूंगा! करोगी ना....??? बहुत मन होता है तुम्हें call करने का लेकिन डरता हूं कहीं कोई और फोन ना उठा ले। मुझे बेसब्री से इंतजार रहेगा.....

16 जनवरी 2025

आज मैं तुमसे जानना चाहता हूं कि तुमको मुझमें क्या अच्छा लगता है.....?? ये ही सवाल अगर तुम मुझसे पूछो, तो मैं कहूंगा कि.... मुझे पसंद हैं तुम्हारे बिखरे बाल जिनसे हवा अटखेलियां करती है....संवारने को जी चाहता है। तुम्हारे होंठ जैसे कमल की दो नाजुक सी पंखुड़ियां.....उस पर ऊपरी पंखुड़ी के ऊपर हल्का छोटा तिल तो जैसे हमारी जान ही ले लेता है। उस पर आपकी नशीली आवाज की मदहोशी...., भले ही ये आवाज दो बार नसीब हुई लेकिन तुम्हारे कुछ शब्द आज भी मेरे ज़हन में गूंजते हैं। वैसे कब कहां किसी की सारी ख्वाहिशें पूरी होती हैं जीवन में.....? अधूरी ख्वाहिशों के साथ शायद मैं भी चला जाऊंगा एक दिन....! रिश्ते नातों में कैद होकर इंसान अपनी सारी खुशियों की तिलांजलि दे देता है।

17 जनवरी 2025

बाजार में दो चुटकी सिंदूर की कीमत भले कुछ न हो लेकिन समर्पण भाव से निभाए गए पति पत्नी के जीवन में इसकी कीमत बहुत अधिक है। एक सप्ताह से सिंदूर मेरी जेब में रखा आपकी मांग भरने की राह देख रहा है। शायद अभी वो समय नहीं आया...! राधे अपनी मांग और माथे पर सजा लो मुझे....मैं तुमको अपनी रूह, अपनी आत्मा में सजा चुका हूं। तुम्हारी हर emotions को मैं बखूबी समझता हूं और उनमें प्यार के रंग भर देना चाहता हूं। मैं अभी एक शादी से लौटा हूं ज्यादा नहीं लिख पाऊंगा। सर्दी बहुत है पूरे कपड़े पहनकर रहना, अपना ध्यान रखना। आपको प्यार भरी शुभ रात्रि!

18 जनवरी 2025

राधे हमारे भाग्य में मिलना लिखा है और हम मिलेंगे जरूर! इसके लिए अपनी whatsapp Profile के About section में जहां आपने लिखा है "कन्हैया मेरी लाज रखना" के स्थान पर जिस दिन भी तुम "राधे राधे" लिख दिया करोगी तो मैं समझ जाऊंगा कि तुमसे आज बात हो सकती है। फिर मैं खुद तुमको फोन कर लिया करूंगा, लेकिन मुझे डांटना मत... क्योंकि मुझे डर लगता है तुम्हारी डांट से! जब तक हम बात नहीं करेंगे कोई हल नहीं निकलेगा, सिर्फ एक यही रास्ता है हमारे पास। तुम मेरी होकर मेरी बांहों में पिघल जाओ हमेशा के लिए। 




महत्वपूर्ण प्रश्न 
 कक्षा-6 (Mid Term) 
 Subject- हिंदी 

 1- नीले पंखों वाली चिड़िया क्या उड़ेलकर गाती है ? 
 उत्तर : नीले पंखों वाली चिड़िया रस उँडेलकर गाती है। 

2-'बचपन' पाठ के आधार पर हमारे बचपन की कुल्फी अब क्या हो गई है? 
 उत्तर : लेखिका कहती है कि अब बचपन की रूचियाँ बदल चुकी हैं।अब कुल्फी की जगह आइसक्रीम ने ले ली है। 
 3- लेखिका को प्रत्येक शनिवार को क्या पीना पड़ता था ? 
 उत्तर: हर शनिवार को लेखिका को ऑलिव ऑयल या कैस्टर ऑयल पीना पड़ता था। 

 4. लेखिका को चश्मा क्यों लगाना पड़ा? चश्मा लगाने पर उनके चचेरे भाई क्या कहकर चिढ़ाते थे? 
 उत्तर: लेखिका को चश्मा इसलिए लगाना पड़ा क्योंकि रात में टेबल लैंप की रोशनी में काम करने से लेखिका की आँखों की रोशनी कमज़ोर हो गई थी। चश्मा लगाने पर उनके चचेरे भाई उन्हें ये कहकर चिढ़ाते थे कि- आँख पर चश्मा लगाया ताकि सूझे दूर की यह नहीं लड़की को मालूम सूरत बनी लंगूर की। 

 5. लेखिका अपने बचपन में कौन-कौन-सी चीजें मज़ा लेकर खाती थीं? उनमें से प्रमुख फलों के नाम लिखो। 
 उत्तरः लेखिका बचपन में अनारदाना का चूर्ण तथा चॉकलेट बहुत मज़े से खाती थी। उनमें से प्रमुख फलों के नाम कुछ इस प्रकार है-रसभरी, कसमल और काफ़ल। 

6- 'रस कर गा लेती है' पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए। 
 उत्तर : इस पंक्ति का आशय यह है कि चिड़िया खुश होकर गाने लगती है। उसके गाने में माधुर्य है। ऐसा लगता है जैसे उसने जैसे वातावरण में रस उंडेल कर उसे रसमय कर दिया है। 

 7- श्याम को अंडा ना दिखाने पर श्याम ने केशव के साथ क्या करने को कहा था? 
 उत्तर: श्यामा और केशव के बीच सहमति हुई थी कि केशव उसे भी अंडे देखने देगा। मगर केशव ने ऐसा नहीं किया तो श्यामा आँखों में आँसू लिए केशव से बोली कि चोरी-छिपे जो काम तुम चिड़िया के लिए कर रहे हो वह सब काम वह माँ को बता देगी। 

 8- पाठ के आधार पर बताओ कि कवि ने चिड़िया को साहसी क्यों कहा है? 
उत्तर : कवि ने चिड़िया को साहसी इसलिए कहा है क्योंकि वह छोटे आकार के बावजूद उफनती हुई नदी के बीच से पानी पीने का साहसी काम करती है. 

 9- 'नादान दोस्त' नमक पाठ के लेखक का क्या नाम है?
 उत्तर : 'नादान दोस्त' नमक पाठ के लेखक का नाम मुंशी प्रेमचंद है। 

 10- हेलेन केलर ने जंगल से लौटी अपने मित्र से क्या पूछा और उसकी मित्र ने क्या उत्तर दिया? 
 उत्तर : एक बार हेलेन केलर की प्रिय मित्र जंगल में घूमने गई थी। जब वह वापस लौटी तो हेलेन केलर ने उससे जंगल के बारे में जानना चाहा तब उनकी मित्र ने जवाब दिया कि .कुछ खास तो नहीं.। यह सुनकर हेलेन को आश्चर्य इसलिए हुआ क्योंकि वे तो आँखें न होने के बावजूद भी प्रकृति की बहुत सारी चीज़ों को केवल स्पर्श से ही महसूस कर लेती हैं। 

 11- परिश्रमी व्यक्ति के लिए सागर और पर्वत क्या करते हैं? 
 उत्तर : यदि मेहनत करने वाले मिलकर कदम बढ़ाते हैं तो समुद्र भी उनके लिए रास्ता छोड़ देता है, पर्वत भी उनके समक्ष झुक जाते हैं अर्थात् आने वाली बाधाएँ स्वयं ही टल जाती हैं। 

 12- मिलकर काम करने से क्या लाभ होता है? 
 उत्तर : यदि हम मेहनत से और मिलजुलकर के काम करें तो इस संसार में कोई भी काम असंभव नहीं है। जो भी काम मेहनत और लगन से किया जाता है उसमें सफलता अवश्य मिलती है। 

 13- जिन लोगों के पास आंखें हैं वे सचमुच बहुत कम देखते हैं लेखिका को ऐसा क्यों लगता था? 
 उत्तर : हेलेन केलर को ऐसा इसलिए लगता है क्योंकि लोगों की संवेदना खत्म होती जा रही है। हमारे पास जो है हम उसकी कद्र नहीं करते हैं और जो नहीं है उसे पाने की इच्छा रखते हैं। 

 14. अपने छोटे भाई को अच्छी संगति की प्रेरणा देते हुए पत्र 

 प्रिय भाई 
 सादर स्नेह। 
 आशा करता हूँ कि तुम स्वस्थ और प्रसन्न होगे।मैं यहाँ कुशलपूर्वक हूँ और आपकी प्रगति के बारे में अक्सर सोचता हूँ। आज मैं तुमसे एक महत्वपूर्ण बात साझा करना चाहता हूँ, जो तुम्हारे जीवन के लिए सहायक सिद्ध हो सकती है। यह बात है "अच्छी संगति" की। तुम जानते हो, जीवन में हम जिनके साथ समय बिताते हैं, उनका हमारे व्यक्तित्व और सोच पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। यदि हम अच्छे और सकारात्मक सोच वाले लोगों के साथ रहते हैं, तो हमारे विचार भी सकारात्मक हो जाते हैं, और हम जीवन में सही दिशा में आगे बढ़ते हैं। वहीं, अगर हम गलत संगति में पड़ जाएं, तो उसका प्रभाव हमारे निर्णयों और आदतों पर पड़ सकता है, जो हमें भटकाव की ओर ले जा सकता है। 
 अतः जीवन में हमेशा उन लोगों को प्राथमिकता दो जो आपको बेहतर बनने के लिए प्रेरित करें और सही मार्ग पर चलने के लिए सहारा दें। मुझे पूरा विश्वास है कि तुम समझदारी से अपने दोस्तों का चयन करते हुए अपनी पढाई पूरे परिश्रम से करोगे और अपने जीवन को सही दिशा में ले जाओगे। 

 आपका बड़ा भाई 
 सतीश शर्मा 
 4/C- 12, आवास विकास कालोनी, 
 डी० एम० रोड, बुलंदशहर 

 15. आंखों देखी बस दुर्घटना के संबंध में पिता पुत्र के संवाद ​

 पिता – क्या हुआ बेटा! विद्यालय से आने में इतना समय क्यों लगा? 
 पुत्र – पिता जी! हमारे विद्यालय का एक छात्र सड़क पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। उसको अस्पताल ले जाने में ही समय लग गया। 
 पिता – [घबराकर] वह छात्र कैसे दुर्घटनाग्रस्त हुआ? 
 पुत्र – पिता जी! वह छात्र, बस से उतार रहा था तभी एक मोटरगाड़ी ने पीछे से आकर उसे टक्कर मार दी| 
 पिता – अब कैसी तबीयत है उसकी? 
 पुत्र – वह छात्र बुरी तरह घायल हुआ है। उसके सिर और हाथ में गहरी चोटें आयी हैं। 
 पिता – बेटा ! तुम ध्यान से गाड़ी से उतरा करो। गाड़ी से उतरते समय आगे पीछे देखकर उतरना चाहिए। आजकल सड़क दुर्घटनाएँ बहुत बढ़ गयी हैं। 
 पुत्र – पिता जी ! सड़क दुर्घटनाएँ क्यों बढ़ रही हैं? 
 पिता – हम यातायात के नियमों का पालन नहीं करते हैं जिस कारण सड़क दुर्घटनाएँ बढ़ रही हैं। हमे यातायात के नियमों का पालन करना चाहिए। 

 16- निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर अनुच्छेद लिखिए। 
 (1) दीपावली भारत का एक प्रमुख और लोकप्रिय त्यौहार है। यह त्यौहार हर वर्ष कार्तिक माह की अमावस्या को मनाया जाता है और अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है। दीपावली को विशेष रूप से भगवान राम के 14 वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या लौटने की खुशी में मनाया जाता है। दीपावली के दिन लोग अपने घरों को दीपों, मोमबत्तियों और रंग-बिरंगे रंगोली से सजाते हैं। मान्यता है कि इस दिन माता लक्ष्मी धरती पर आती हैं और जो लोग स्वच्छता और प्रकाश का ध्यान रखते हैं, उनके घरों में सुख-समृद्धि का वास होता है। लक्ष्मी पूजन इस त्यौहार का मुख्य आकर्षण होता है, जिसमें परिवार के सभी सदस्य मिलकर धन, समृद्धि और खुशहाली की कामना करते हैं। 

 (2) पुस्तक मेला एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक आयोजन है, जो साहित्य, शिक्षा और ज्ञान के प्रचार-प्रसार का एक प्रमुख माध्यम है। यह मेले का आयोजन विशेष रूप से पुस्तकों और साहित्य प्रेमियों के लिए किया जाता है, जहां विभिन्न प्रकाशकों, लेखकों और पाठकों को एक मंच पर मिलने का अवसर मिलता है। पुस्तक मेला आमतौर पर बड़े शहरों में आयोजित किया जाता है और इसमें हर उम्र के लोग भाग लेते हैं। वर्तमान समय में डिजिटल तकनीक और इंटरनेट के बढ़ते प्रभाव के बावजूद पुस्तक मेले की प्रासंगिकता कम नहीं हुई है। यह मेला पुस्तक प्रेमियों को एक साथ लाने और साहित्यिक समाज को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 

 (3) गणतंत्र दिवस भारत के राष्ट्रीय पर्वों में से एक है, जो हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिन भारतीय इतिहास में विशेष महत्व रखता है, क्योंकि 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था और भारत एक संपूर्ण गणराज्य बना। गणतंत्र दिवस के अवसर पर नई दिल्ली के राजपथ पर भव्य परेड का आयोजन होता है, जो इस दिन का मुख्य आकर्षण होता है। इसमें भारतीय सेना, नौसेना, वायुसेना के जवानों के साथ-साथ विभिन्न राज्यों की झांकियां, स्कूलों के बच्चे और सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल होते हैं। परेड में भारत की सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक धरोहर और विकास की झलक देखने को मिलती है। इसके साथ ही, वीरता पुरस्कारों का वितरण भी होता है, जिसमें बहादुर सैनिकों और नागरिकों को सम्मानित किया जाता है। 

 17-अपनी बीमार दादी को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की शुभकामना देते हुए पत्र लिखिए। 

 पार्थ शर्मा 
 4/C-12, 
आवास विकास कॉलोनी, 
 डी० एम० रोड, बुलंदशहर 

 विषय : अपनी बीमार दादी को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की शुभकामना देते हुए पत्र 

 मेरी प्रिय दादी, मुझे आशा है कि आप स्वस्थ और खुश हैं। मैं यह पत्र इसलिए लिख रहा हूं क्योंकि हाल ही में मैं आपकी सेहत को लेकर चिंतित हूं। मुझे पता है कि पिछले कुछ सालों से आपकी सेहत में गिरावट आ रही है, खासकर आपके गठिया, मधुमेह और हृदय समस्याओं के कारण। 
 मुझे आपके बचपन की कहानियाँ सुनना, आपके साथ मेरे पसंदीदा व्यंजन बनाना और जब आप बुनाई करती थीं, तब टीवी देखना बहुत पसंद है। आप मेरे लिए सब कुछ हैं, दादी। मुझे आशा है कि आपको पता है कि मैं आपसे कितना प्यार करता हूं और चाहता हूं कि आप स्वस्थ रहें। हॉस्टल से दूर से ही अपना सारा प्यार भेज रही हूं। कृपया अपना ख्याल रखना। 

 प्यार के साथ, 
 आपका पोता 
 पार्थ शर्मा 

 18-अनु, सु, प्रति, अप, अधि, बे, सत् उपसर्गों की सहायता से नए शब्द बनाइए। 
 (1) अनुगामी, अनुसरण, अनुकाल, अनुकुल, अनुरूप, अनुगुण, अनुकंपा, अनुग्रह, अनुपान, अनुक्षण, अनुदिन, अनुगणन, अनुशीलन, अनुपजाऊ, अनुर्वर, अनुपयोगी, अनुज, अनुभव, अनुसार, अनुयाई, अनुकृति, अन्वेषक, अनुमान, अनुवाद, अनुचर। 
 (2) सुयोग्य, सुकर्म, सुकन्या, सुकन्या, सुयश, सुदर्शन 
 (3) प्रतिभट, प्रतिवादी, प्रत्युत्तर, प्रतिघात, प्रतिदिन, प्रतिकूल, प्रतिरूप, प्रतिपालन, प्रतिष्ठान, प्रतिफल 
 (4) अपमान, अपशब्द, अपराध, अपकार, अपयश, अपकीर्ति, अपव्यय, अपवाद, अपकर्ष, अपभ्रंश 
 (5) अधिकार, अधिपति, अधिनायक, आधिक्य, अधिराज, अधिग्रहण, अधिकरण, अभिगम. 
 (6) बेतुका, बेईमान, बेघर, बेचैन, बेहोश, बेचारा, बेवक्त, बेसब्री, बेरोज़गार, बेइज़्ज़त, बेरहम, बेमिसाल, बेआबरू, बेनाम, बेढंग 
 (7) सत्चरित्र, सत्कर्म, सदाचार, सत्कार्य. 

 19-रोग मुक्त, दशानन, पंकज, राजपुरुष, नीलगाय, लंबोदर, तिरंगा शब्दों का समास विग्रह कर समास का नाम भी लिखिए। 

 उत्तर : ( 1) रोगमुक्त - रोग से मुक्त - कारक तत्पुरुष समास 
 (2) दशानन - दश + आनन (दस मुख) - बहुव्रीहि समास 
 (3) पंकज - पंक + ज (पंक में जन्मा) - द्विगु समास 
 (4) राजपुरुष - राज + पुरुष (राज का पुरुष) - द्विगु समास 
 (5) नीलगाय - नील + गाय - द्वंद्व समास 
 (6) लंबोदर - लंब (लंबा) + उदर (पेट) - बहुव्रीहि समास
 (7) तिरंगा - तिरंग (तीन रंग) + अ - द्वंद्व समास 

 20-आराध्या स्कूल बैग की तरफ से एक आकर्षक विज्ञापन तैयार करें। 

 उत्तर : 🎒✨ आराध्या स्कूल बैग: आपके बच्चे की खुशी का नया साथी! 
✨🎒 🌟 प्यारे रंगों और डिजाइन आराध्या स्कूल बैग में मिलेगें चमकदार रंग और ट्रेंडी डिजाइन जो आपके बच्चे को बनाएंगे स्कूल का सुपरस्टार! 
 💼 मजबूती और आराम इस बैग की मजबूत निर्माण और सॉफ्ट पैडिंग से हर दिन की यात्रा आरामदायक और सुरक्षित होती है। 
 🎨 खास जिपर पॉकेट्स खास ढंग से डिजाइन की गई जिपर पॉकेट्स में छुपे रहेंगे आपके बच्चे के स्कूल के सभी आवश्यक सामान, चाहे वो किताबें हों या टिफिन बॉक्स! 
 🎒 एर्गोनोमिक डिज़ाइन एर्गोनोमिक स्ट्रैप्स और बैक पैडिंग के साथ, इस बैग को पहनना बेहद आसान और आरामदायक है। 
 🌈 विविध रंगों और आकारों में उपलब्ध हर बच्चे की पसंद के अनुसार, हमारे पास है विविध रंगों और आकारों में बैग की शानदार रेंज! 
 📚 शिक्षा और आनंद का संगम आराध्या स्कूल बैग न सिर्फ आपके बच्चे के स्कूल का साथी बनेगा, बल्कि उनकी पढ़ाई में भी आनंद और उत्साह जोड़ेगा!

Mid Term Exam Parth Sharma

 महत्वपूर्ण प्रश्न

कक्षा-6 (Mid Term)

Subject- हिंदी


1- नीले पंखों वाली चिड़िया क्या उड़ेलकर गाती है ?

उत्तर : नीले पंखों वाली चिड़िया रस उँडेलकर गाती है।

2-'बचपन' पाठ के आधार पर हमारे बचपन की कुल्फी अब क्या हो गई है?

उत्तर : लेखिका कहती है कि अब बचपन की रूचियाँ बदल चुकी हैं।अब कुल्फी की जगह आइसक्रीम ने ले ली है।

3- लेखिका को प्रत्येक शनिवार को क्या पीना पड़ता था ?

उत्तर: हर शनिवार को लेखिका को ऑलिव ऑयल या कैस्टर ऑयल पीना पड़ता था।

4. लेखिका को चश्मा क्यों लगाना पड़ा? चश्मा लगाने पर उनके चचेरे भाई क्या कहकर चिढ़ाते थे?

उत्तर: लेखिका को चश्मा इसलिए लगाना पड़ा क्योंकि रात में टेबल लैंप की रोशनी में काम करने से लेखिका की आँखों की रोशनी कमज़ोर हो गई थी चश्मा लगाने पर उनके चचेरे भाई उन्हें ये कहकर चिढ़ाते थे कि-

आँख पर चश्मा लगाया

ताकि सूझे दूर की

यह नहीं लड़की को मालूम

सूरत बनी लंगूर की।

5. लेखिका अपने बचपन में कौन-कौन-सी चीजें मज़ा ले - खाती थीं? उनमें से प्रमुख फलों के नाम लिखो।


उत्तरः लेखिका बचपन में अनारदाना का चूर्ण तथा चॉकलेट बहुत मज़े से खाती थी। उनमें से प्रमुख फलों के नाम कुछ इस प्रकार है-रसभरी, कसमल और काफ़ल।

6- 'रस कर गा लेती है' पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए।

उत्तर : इस पंक्ति का आशय यह है कि चिड़िया खुश होकर गाने लगती है। उसके गाने में माधुर्य है। ऐसा लगता है जैसे उसने जैसे वातावरण में रस उंडेल कर उसे रसमय कर दिया है

7- श्याम को अंडा ना दिखाने पर श्याम ने केशव के साथ क्या करने को कहा था?

उत्तर: श्यामा और केशव के बीच सहमति हुई थी कि केशव उसे भी अंडे देखने देगा। मगर केशव ने ऐसा नहीं किया तो श्यामा आँखों में आँसू लिए केशव से बोली कि चोरी-छिपे जो काम तुम चिड़िया के लिए कर रहे हो वह सब काम वह माँ को बता देगी

8- पाठ के आधार पर बताओ कि कवि ने चिड़िया को साहसी क्यों कहा है?

कवि ने चिड़िया को साहसी इसलिए कहा है क्योंकि वह छोटे आकार के बावजूद उफनती हुई नदी के बीच से पानी पीने का साहसी काम करती है.

9- 'नादान दोस्त' नमक पाठ के लेखक का क्या नाम है?

उत्तर : 'नादान दोस्त' नमक पाठ के लेखक का नाम मुंशी प्रेमचंद है। 

10- हेलेन केलर ने जंगल से लौटी अपने मित्र से क्या पूछा और उसकी मित्र ने क्या उत्तर दिया?

उत्तर : एक बार हेलेन केलर की प्रिय मित्र जंगल में घूमने गई थी। जब वह वापस लौटी तो हेलेन केलर ने उससे जंगल के बारे में जानना चाहा तब उनकी मित्र ने जवाब दिया कि .कुछ खास तो नहीं.। यह सुनकर हेलेन को आश्चर्य इसलिए हुआ क्योंकि वे तो आँखें न होने के बावजूद भी प्रकृति की बहुत सारी चीज़ों को केवल स्पर्श से ही महसूस कर लेती हैं।

11- परिश्रमी व्यक्ति के लिए सागर और पर्वत क्या करते हैं?

उत्तर : यदि मेहनत करने वाले मिलकर कदम बढ़ाते हैं तो समुद्र भी उनके लिए रास्ता छोड़ देता है, पर्वत भी उनके समक्ष झुक जाते हैं अर्थात् आने वाली बाधाएँ स्वयं ही टल जाती हैं।

12- मिलकर काम करने से क्या लाभ होता है?

उत्तर : यदि हम मेहनत से और मिलजुलकर के काम करें तो इस संसार में कोई भी काम असंभव नहीं है। जो भी काम मेहनत और लगन से किया जाता है उसमें सफलता अवश्य मिलती है।

13- जिन लोगों के पास आंखें हैं वे सचमुच बहुत कम देखते हैं लेखिका को ऐसा क्यों लगता था?

उत्तर : हेलेन केलर को ऐसा इसलिए लगता है क्योंकि लोगों की संवेदना खत्म होती जा रही है। हमारे पास जो है हम उसकी कद्र

नहीं करते हैं और जो नहीं है उसे पाने की इच्छा रखते हैं।

14. अपने छोटे भाई को अच्छी संगति की प्रेरणा देते हुए पत्र 

प्रिय भाई 

सादर स्नेह। 

आशा करता हूँ कि तुम स्वस्थ और प्रसन्न होगे।मैं  यहाँ कुशलपूर्वक हूँ और आपकी प्रगति के बारे में अक्सर सोचता हूँ। आज मैं तुमसे एक महत्वपूर्ण बात साझा करना चाहता हूँ, जो तुम्हारे जीवन के लिए सहायक सिद्ध हो सकती है। यह बात है "अच्छी संगति" की।

तुम जानते हो, जीवन में हम जिनके साथ समय बिताते हैं, उनका हमारे व्यक्तित्व और सोच पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। यदि हम अच्छे और सकारात्मक सोच वाले लोगों के साथ रहते हैं, तो हमारे विचार भी सकारात्मक हो जाते हैं, और हम जीवन में सही दिशा में आगे बढ़ते हैं। वहीं, अगर हम गलत संगति में पड़ जाएं, तो उसका प्रभाव हमारे निर्णयों और आदतों पर पड़ सकता है, जो हमें भटकाव की ओर ले जा सकता है।

अतः जीवन में हमेशा उन लोगों को प्राथमिकता दो जो आपको बेहतर बनने के लिए प्रेरित करें और सही मार्ग पर चलने के लिए सहारा दें।

मुझे पूरा विश्वास है कि तुम समझदारी से अपने दोस्तों का चयन करते हुए अपनी पढाई पूरे परिश्रम से करोगे और अपने जीवन को सही दिशा में ले जाओगे।

आपका बड़ा भाई 

सतीश शर्मा 

4/C- 12, आवास विकास कालोनी, 

डी० एम० रोड, बुलंदशहर 


15. आंखों देखी बस दुर्घटना के संबंध में पिता पुत्र के संवाद ​

पिता – क्या हुआ बेटा! विद्यालय से आने में इतना समय क्यों लगा?

पुत्र – पिता जी! हमारे विद्यालय का एक छात्र सड़क पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। उसको अस्पताल ले जाने में ही समय लग गया। 

पिता – [घबराकर] वह छात्र कैसे दुर्घटनाग्रस्त हुआ?

पुत्र – पिता जी! वह छात्र, बस से उतार रहा था तभी एक मोटरगाड़ी ने पीछे से आकर उसे टक्कर मार दी|

पिता – अब कैसी तबीयत है उसकी?

पुत्र – वह छात्र बुरी तरह घायल हुआ है। उसके सिर और हाथ में गहरी चोटें आयी हैं। 

पिता – बेटा ! तुम ध्यान से गाड़ी से उतरा करो। गाड़ी से उतरते समय आगे पीछे देखकर उतरना चाहिए। आजकल सड़क दुर्घटनाएँ बहुत बढ़ गयी हैं। 

पुत्र – पिता जी ! सड़क दुर्घटनाएँ क्यों बढ़ रही हैं?

पिता – हम यातायात के नियमों का पालन नहीं करते हैं जिस कारण सड़क दुर्घटनाएँ बढ़ रही हैं।  हमे यातायात के नियमों का पालन करना चाहिए। 

16- निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर अनुच्छेद लिखिए। 

(1) दीपावली भारत का एक प्रमुख और लोकप्रिय त्यौहार है। यह त्यौहार हर वर्ष कार्तिक माह की अमावस्या को मनाया जाता है और अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है। दीपावली को विशेष रूप से भगवान राम के 14 वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या लौटने की खुशी में मनाया जाता है। दीपावली के दिन लोग अपने घरों को दीपों, मोमबत्तियों और रंग-बिरंगे रंगोली से सजाते हैं। मान्यता है कि इस दिन माता लक्ष्मी धरती पर आती हैं और जो लोग स्वच्छता और प्रकाश का ध्यान रखते हैं, उनके घरों में सुख-समृद्धि का वास होता है। लक्ष्मी पूजन इस त्यौहार का मुख्य आकर्षण होता है, जिसमें परिवार के सभी सदस्य मिलकर धन, समृद्धि और खुशहाली की कामना करते हैं।

(2) पुस्तक मेला एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक आयोजन है, जो साहित्य, शिक्षा और ज्ञान के प्रचार-प्रसार का एक प्रमुख माध्यम है। यह मेले का आयोजन विशेष रूप से पुस्तकों और साहित्य प्रेमियों के लिए किया जाता है, जहां विभिन्न प्रकाशकों, लेखकों और पाठकों को एक मंच पर मिलने का अवसर मिलता है। पुस्तक मेला आमतौर पर बड़े शहरों में आयोजित किया जाता है और इसमें हर उम्र के लोग भाग लेते हैं। वर्तमान समय में डिजिटल तकनीक और इंटरनेट के बढ़ते प्रभाव के बावजूद पुस्तक मेले की प्रासंगिकता कम नहीं हुई है। यह मेला पुस्तक प्रेमियों को एक साथ लाने और साहित्यिक समाज को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

(3) गणतंत्र दिवस भारत के राष्ट्रीय पर्वों में से एक है, जो हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिन भारतीय इतिहास में विशेष महत्व रखता है, क्योंकि 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था और भारत एक संपूर्ण गणराज्य बना। गणतंत्र दिवस के अवसर पर नई दिल्ली के राजपथ पर भव्य परेड का आयोजन होता है, जो इस दिन का मुख्य आकर्षण होता है। इसमें भारतीय सेना, नौसेना, वायुसेना के जवानों के साथ-साथ विभिन्न राज्यों की झांकियां, स्कूलों के बच्चे और सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल होते हैं। परेड में भारत की सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक धरोहर और विकास की झलक देखने को मिलती है। इसके साथ ही, वीरता पुरस्कारों का वितरण भी होता है, जिसमें बहादुर सैनिकों और नागरिकों को सम्मानित किया जाता है।

17-अपनी बीमार दादी को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की शुभकामना देते हुए पत्र लिखिए।

पार्थ शर्मा 

4/C-12, आवास विकास कॉलोनी, 

डी० एम० रोड, बुलंदशहर 

विषय : अपनी बीमार दादी को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की शुभकामना देते हुए पत्र

मेरी प्रिय दादी,
मुझे आशा है कि आप स्वस्थ और खुश हैं। मैं यह पत्र इसलिए लिख रही हूं क्योंकि हाल ही में मैं आपकी सेहत को लेकर चिंतित हूं। मुझे पता है कि पिछले कुछ सालों से आपकी सेहत में गिरावट आ रही है, खासकर आपके गठिया, मधुमेह और हृदय समस्याओं के कारण।  

मुझे आपके बचपन की कहानियाँ सुनना, आपके साथ मेरे पसंदीदा व्यंजन बनाना और जब आप बुनाई करती थीं, तब टीवी देखना बहुत पसंद है। आप मेरे लिए सब कुछ हैं, दादी। मुझे आशा है कि आपको पता है कि मैं आपसे कितना प्यार करती हूं और चाहती हूं कि आप स्वस्थ रहें। हॉस्टल से दूर से ही अपना सारा प्यार भेज रही हूं। कृपया अपना ख्याल रखना।

प्यार के साथ, 

आपका पोता 

पार्थ शर्मा 

18-अनु, सु, प्रति, अप, अधि, बे, सत् उपसर्गों की सहायता से नए शब्द बनाइए।

(1) अनुगामी, अनुसरण, अनुकाल, अनुकुल, अनुरूप, अनुगुण, अनुकंपा, अनुग्रह, अनुपान, अनुक्षण, अनुदिन, अनुगणन, अनुशीलन, अनुपजाऊ, अनुर्वर, अनुपयोगी, अनुज, अनुभव, अनुसार, अनुयाई, अनुकृति, अन्वेषक, अनुमान, अनुवाद, अनुचर। 

(2) सुयोग्य, सुकर्म, सुकन्या, सुकन्या, सुयश, सुदर्शन 

(3) प्रतिभट, प्रतिवादी, प्रत्युत्तर, प्रतिघात, प्रतिदिन, प्रतिकूल, प्रतिरूप, प्रतिपालन, प्रतिष्ठान, प्रतिफल

(4) अपमान, अपशब्द, अपराध, अपकार, अपयश, अपकीर्ति, अपव्यय, अपवाद, अपकर्ष, अपभ्रंश

(5) अधिकार, अधिपति, अधिनायक, आधिक्य, अधिराज, अधिग्रहण, अधिकरण, अभिगम.

(6) बेतुका, बेईमान, बेघर, बेचैन, बेहोश, बेचारा, बेवक्त, बेसब्री, बेरोज़गार, बेइज़्ज़त, बेरहम, बेमिसाल, बेआबरू, बेनाम, बेढंग

(7) सत्चरित्र, सत्कर्म, सदाचार, सत्कार्य. 

19-रोग मुक्त, दशानन, पंकज, राजपुरुष, नीलगाय, लंबोदर, तिरंगा शब्दों का समास

विग्रह कर समास का नाम भी लिखिए।

 उत्तर : ( 1) रोगमुक्त - रोग से मुक्त - कारक तत्पुरुष समास

(2) दशानन - दश + आनन (दस मुख) - बहुव्रीहि समास

(3) पंकज - पंक + ज (पंक में जन्मा) - द्विगु समास

(4) राजपुरुष - राज + पुरुष (राज का पुरुष) - द्विगु समास

(5) नीलगाय - नील + गाय - द्वंद्व समास

(6) लंबोदर - लंब (लंबा) + उदर (पेट) - बहुव्रीहि समास

(7) तिरंगा - तिरंग (तीन रंग) + अ - द्वंद्व समास

20-आराध्या स्कूल बैग की तरफ से एक आकर्षक विज्ञापन तैयार करें।

उत्तर : 🎒✨ आराध्या स्कूल बैग: आपके बच्चे की खुशी का नया साथी! ✨🎒

🌟 प्यारे रंगों और डिजाइन
आराध्या स्कूल बैग में मिलेगें चमकदार रंग और ट्रेंडी डिजाइन जो आपके बच्चे को बनाएंगे स्कूल का सुपरस्टार!

💼 मजबूती और आराम
इस बैग की मजबूत निर्माण और सॉफ्ट पैडिंग से हर दिन की यात्रा आरामदायक और सुरक्षित होती है।

🎨 खास जिपर पॉकेट्स
खास ढंग से डिजाइन की गई जिपर पॉकेट्स में छुपे रहेंगे आपके बच्चे के स्कूल के सभी आवश्यक सामान, चाहे वो किताबें हों या टिफिन बॉक्स!

🎒 एर्गोनोमिक डिज़ाइन
एर्गोनोमिक स्ट्रैप्स और बैक पैडिंग के साथ, इस बैग को पहनना बेहद आसान और आरामदायक है।

🌈 विविध रंगों और आकारों में उपलब्ध
हर बच्चे की पसंद के अनुसार, हमारे पास है विविध रंगों और आकारों में बैग की शानदार रेंज!

📚 शिक्षा और आनंद का संगम
आराध्या स्कूल बैग न सिर्फ आपके बच्चे के स्कूल का साथी बनेगा, बल्कि उनकी पढ़ाई में भी आनंद और उत्साह जोड़ेगा!





 

Components of Food Class 6 mcq notes & Worksheet

Introduction

 Have you ever wondered what makes up the delicious and nutritious food you eat every day? It's more than just flavor and smell! Our food is packed with essential building blocks called nutrients, which our bodies need to function properly and stay healthy. This journey into the components of food will explore these vital nutrients, explaining what they are and why they're so important. We'll delve into familiar terms like carbohydrates, proteins, and fats, and discover how they fuel our bodies and keep us going. By understanding these components, we can make informed choices about what we eat and create a balanced diet that nourishes us from the inside out. So, get ready to explore the fascinating world of food components – it's a recipe for a healthier and happier you!

Components of FOOD :

NutrientDescriptionFunctionExample Foods
CarbohydratesSugars and starches that provide energyMain source of energy for the bodyBread, pasta, rice, potatoes, fruits, vegetables
FatsLipids that store energy and insulate organsProvide energy, insulate organs, and support cell growthNuts, seeds, oils, butter, meat
ProteinsComplex molecules made up of amino acids that build and repair tissuesBuild and repair tissues, make enzymes and hormonesMeat, poultry, fish, eggs, dairy, beans, nuts
VitaminsOrganic compounds needed in small amounts for various bodily functionsRegulate body processes, support immunity, and promote growthFruits, vegetables, whole grains, dairy products
MineralsInorganic elements essential for many bodily functionsBuild bones and teeth, regulate fluids, and carry out chemical reactionsMilk, yogurt, cheese, leafy greens, whole grains, nuts, seeds
WaterEssential for all bodily functionsRegulates body temperature, transports nutrients, and lubricates jointsAll foods and beverages contain some water
Dietary FiberIndigestible carbohydrates that aid digestion and promote gut healthSupports digestion, regulates blood sugar, and promotes gut healthFruits, vegetables, whole grains, legumes


Function of Food :

  • Provides essential nutrients for body growth and repair. Food is made up of various nutrients, including carbohydrates, proteins, fats, vitamins, minerals, and water. These nutrients are essential for building and repairing tissues, bones, and muscles.
  • Supplies energy for body functions and physical activity. Our body breaks down food into usable energy (calories) that we use to power all our bodily functions and physical activities.

  • Regulates body processes. Food helps regulate various body processes, such as digestion, metabolism, and hormone production.

  • Maintains good health and well-being. A balanced diet that provides all the essential nutrients helps maintain good health, prevents chronic diseases, and promotes overall well-being.

MCQ notes & Worksheet :

# Name the major nutrients in our food.:-

There are six major nutrients that our bodies need to function properly:

  1. Water: Water is essential for many bodily functions, including digestion, temperature regulation, and nutrient transport. It makes up a large portion of our body weight and needs to be replenished regularly.

  2. Carbohydrates: Carbohydrates are our body's primary source of energy. They come in two main forms: simple carbohydrates (sugars) and complex carbohydrates (starches and fiber). Complex carbohydrates are generally better for us as they provide sustained energy and essential fiber.

  3. Proteins: Proteins are used for building and repairing tissues, making enzymes and hormones, and many other bodily functions. They are complex molecules made up of amino acids.

  4. Fats: Fats provide energy, insulation, and help us absorb certain vitamins. There are different types of fats, with some being healthier than others. Unsaturated fats, found in fish, nuts, and avocados, are better for our health than saturated fats, found in red meat and dairy products.

  5. Vitamins: Vitamins are essential for many bodily functions, but they are only needed in small amounts. They help regulate chemical reactions in the body, support the immune system, and maintain healthy vision and skin.

  6. Minerals: Minerals are needed for building strong bones and teeth, regulating fluids in the body, and carrying out many other essential functions. Examples of minerals include calcium, iron, and sodium.